मेरठ बुलिन ट्रेडर्स सोसएशन (रजि0) समपूर्ण मेठ े प्रगतिश अग्रणी सर्फा वयवसायियों की संस्था है। हमारी ं्था गत 80 व्ष से मेरठ े सर्राफा करोबाियों ी समस्ाओं ा समाधा करी आ रही ह। गोल्ड कंटरो का समय रह ो या ज्वैलर पर एक्साइज ूटी लगाने ा ेंद्र सरार ा निर्ण हो, मारी एोसिएशन ने दश व प्रेश क अन्य ज्वैल्स संस्थओ के साथ कंधे से कंधा मिाकर इन कानूों का डटकर वोध किया। वरमान में भी 20 कैरट स्वर्ाूषणों की ॉलार्किंग के ुनः अनुमोद के लिये। हम भारत सरकर के उपभोक्ा संरक्षण मत्राल के सथ लगातार संर्षरत हैं।
आज के स आधुनिक े्नोलाजी क ुग में प्रतेक प्रगतिी व्यक्ति े हथ में स्ार् फोन है जिसके द्वार वह दनिया भर की स्पूर्ण जानारी पल भर मे प्रा्त कर लेता ह। समय क साथ-साथ अपन का्यपणाली ें परिवर्त करने की इच्ा क्ति के परिामस्वरूप हने अपनी एसो0 ा एक मोबाइल प तैयार कराा है जोकि आके समक्ष है
इसक बनने में मरठ बलियन टरेडरस एसो0 रजि(0) ने TECHIVE कम्पनी के साथ मिलकर बहुत ेहनत क है ।
श्र आकाष प्का मागलिक एम ्री संदीप अ्रवाल ने इस मोबाइल एप्प को आपके लिए योगी बनाने ेतु बहुत स उपयोगी परिर्न समय - समय प कराये, आे भ हम आपकी सुवधानुसा आपक सुझाव लेकर मोबाइल एप को अधिक उयोगी नाने ो तत्प है । आप आपने सुझव Notification मे जकर या फोन र दे सकते है ।
यू तो मर का सर्राफ बाजार 200 वर्श पुराना है हिन्दुस्तान में ही नही िष्व में भ मेरठ की ज्वैलरी की पहचान हुत पहले े ह। लेकिन समे नवीनत और मजबूती 1930 के आस-पास प्ारम्भ हो गय, मेरठ क सरराफा व्यसाय को और मजबू करने के लय मेरठ बुलि ट्रेडर्स एसिएशन की नीव लाला फकीर चन्द सर्राफ तह द्वारा खी गयी, जिसक अधयक्ष के रूप में सेठ ालकिशन दास ाहेष्वरी को मनोनीत किया गया औ सचिव े रूप में श्री रघुनन्दन प्रसाद जी को मनोनी किय गया, इसी के ाथ-साथ सन 1939 में पंचाती धर्मकाँटे की नींच रख गी और उसकी निमावली बनाय गयी। धर्मकट मेरठ बुलयन ट्रेडर्स एससिएशन के ततवाधान में आ भी बखूब चल हा है और बाजर सर्राफा क सभी व्वसाययों को इस धर्मकांटे में पूर्ण िष्वा है।
सन् 1945 के आस-पास शरी लक्ष्मी ारायण माहेष्वरी, सन् 1950.52 के आस पास श्ी जयप्रकाश र्राफ, उनक गे श्री राज्द्र राजवष, श्री सत्प्काश अग्वाल ी, श्री अरुण कुमार जी सम-समय पर सोसिशन के महामंत्री रे है। क लम्बे समय क स्तन्त्र सेनानी स्व. सुनदर लाल जैन मरठ बुलियन टरेडर्स एसोिएशन के अध््ष के रूप मे रहे है, आजद के बाद सन् 1947 से सर्राफा बाजार में एक चैक का ना झणडा चौक रखते हुए आज त उसम मेंरठ ुलिय एसोसएशन झा्डाोहण करत चल आ रही है। सन् 1989 में श्री सुन्दर लाल जैन जब मेर बलियन एसोसएशन के अध्यष थे, तब से ह महामंत्री े रूप में श्ी र्राफ व कोशध्यक्ष मं रप श्री राम कषोर सर्राफ ो मनोनीत किा गया।
हमार स्पश्ट रूप े मानना है और हमारा क ही क्ष्य है कि मेरठ क ज्वैलरी व्ापार को कैस आगे बढाा जए।
आे वाले कुछ य मे मेरठ दिल्ली एक्सप्सवे, रेपिड रेल, मैटो रे, हवाई अडडा आदि सुविधा हमारे शहर को मलन जा रही ह, हम देखना े कि न्हे हम किस रह शह की तरक्की क लिए उपोग मे ला सकत है
कभी मारा सर्राा एशिया की रमुख सर्राा मंडी था लेि परिस्थिि व हम उसमे पिछ गये, हम उस दरे को भूलकर फिर से गे बढा है ओ अपना फिर से नाम स्र्ण क्षरो म लिवाना है ।
हम प्रदप कुमार अग्वाल, विजय आन्द अग्रवाल, मनोज कुमार ्ग, अपने पदधिकारी का्यकिणी सदस्यो वं समस्त व्ापारी बन्धओ को हमे हयो देने क लिए ार्दि धन्यवाद देे हैं औ आशा करते है कि आे भी हमे पक सहयोग मित रहेगा।